संघ गीत: देश हमें देता है सब कुछ
देश हमें देता है सब कुछ , हम भी तो कुछ देना सीखे
देश हमें देता है सब कुछ हम भी तो कुछ देना सीखे। ।
सूरज हमें रोशनी देता , हवा नया जीवन देती है।
भूख मिटाने को हम सब की , धरती पर होती खेती है
औरों का भी हित हो जिससे , हम ऐसा कुछ करना सीखे
देश हमें देता है सब कुछ , हम भी तो कुछ देना सीखे
देश हमें देता है सब कुछ , हम भी तो कुछ देना सीखे। ।
गर्मी की तपती दोपहर में , पेड़ सदा देते हैं छाया है
सुमन सुगंध सदा देते हैं , हम सबको फूलों की माला
त्यागी तरुओं के जीवन से , हम परहित कुछ करना सीखे
देश हमें देता है सब कुछ, हम भी तो कुछ देना सीखे
देश हमें देता है सब कुछ , हम भी तो कुछ देना सीखे। ।
जो अनपढ़ है उन्हें पढ़ाएं , जो चुप है उनको वाणी दे
पिछड़ गए जो उन्हें बढ़ाए , समरसता का भाव जगा दें
हम मेहनत के दीप जलाकर , नया उजाला करना सीखे
देश हमें देता है सब कुछ , हम भी तो कुछ देना सीखे
देश हमें देता है सब कुछ , हम भी तो कुछ देना सीखे
देश हमें देता है सब कुछ। ।
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