नए संसद भवन की 10 विशेषताएं जानिए




नया संसद भवन राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक बनेगा। अब भारत बदल रहा है। एक एक करके गुलामी के प्रतीकों से निजात पा रहा है। राष्ट्रीय गौरव का भान जब जागता है तब पुराने प्रतीकों को नष्ट करना, अर्थात पहले की लकीर को मिटाना यह सामान्य इंसानों के व्यवहार में देखा जाता है। किंतु मोदीजी जैसे महामानवों का चिंतन, विचार और व्यवहार उच्च कोटि का है। वे छोटी  लाइन को मिटाने के स्थान पर उसके पास और अधिक बड़ी लाइन खींचने में विश्वास करते है। इसी नीति का पालन करते हुए, नया भव्य आवश्यकता के अनुरूप संसद भवन बनने जा रहा है।

भारत के संसद भवन की तस्वीर अब बदलने वाली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली में नए संसद भवन की नींव रख दी है। आजादी के 75 साल पूरे होने तक ये नई बिल्डिंग तैयार हो जाएगी। यह नया भवन मौजूदा बिल्डिंग से अधिक बड़ा, आकर्षक और आधुनिक सुविधाओं वाला है।

नए संसद भवन से जुड़ी 10 खास महत्वपूर्ण बातें इस प्रकार हैं-
1. पुराने संसद भवन से इतर नई बिल्डिंग में आधुनिक तकनीक और जरुरतों का ध्यान रखा जा रहा है। अगस्त 2019 में मौजूदा लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू की ओर से नए संसद भवन का प्रस्ताव रखा गया।

2. प्रस्ताव के मुताबिक नया संसद भवन 64500 स्क्वायर मीटर में बनाया जा रहा है ओर यह चार मंजिला है।
इसको बनाने में 971 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इस संसद भवन को 2022 तक तैयार किया जाएगा।

3. सभी सांसदों के लिए संसद भवन परिसर में दफ्तर बनाया जाएगा। जिसे 2024 तक तैयार किया जाएगा। नई बिल्डिंग का डिजाइन डिजाइन मैनेजमेंट ने किया है। जो अहमदाबाद से है।

4. इसका निर्माण टाटा प्रोजेक्ट्स द्वारा किया जाएगा। नई बिल्डिंग में ऑडियो विजुअल सिस्टमए डाटा नेटवर्क फैसिलिटी का ध्यान रखा जा रहा है।

5. नई बिल्डिंग में कुल 1224 सांसदों के बैठने की सुविधा होगी। इनमें 888 लोकसभा चैंबर में बैठ सकेंगे जबकि राज्यसभा चैंबर में 384 सांसदों के बैठने की सुविधा होगी।

6. भविष्य में अगर सांसदों की संख्या बढ़ती हैए तो उसकी जरूरत पूरी हो सकेगी। संसद भवन में देश के हर कोने की तस्वीर दिखाने की कोशिश की जाएगी। नई बिल्डिंग में सेंट्रल हॉल नहीं होगा। लोकसभा चेंबर में ही दोनों सदनों के सांसद बैठ सकेंगे।

7. संसद भवन की मौजूदा बिल्डिंग को एक म्यूजियम के तौर पर रखा जाएगा। उसमें काम भी चलता रहेगा।

8. लोकसभा और राज्यसभा कक्षों के अलावा नए भवन में एक भव्य संविधान कक्ष होगा। जिसमें भारत की लोकतांत्रिक विरासत दर्शाने के लिए अन्य वस्तुओं के साथ-साथ संविधान की मूल प्रति डिजिटल डिस्पले आदि होंगे।

9. हालिया संसद भवन को अंग्रेजों ने बनवाया था। 12 फरवरी 1921 को इसकी नींव रखी गई और 1927 में जाकर ये तैयार हुआ था। सर एडवर्ड लुटियंस और सर हॉर्बर्ट बेकर की अगुवाई में संसद भवन की बिल्डिंग तैयार हुई थी जिसे दुनिया के सबसे बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर के तौर पर देखा जाता है। तब इस भवन को बनाने में कुल 83 लाख रुपये का खर्च आया था।

10. नया संसद भवन केंद्र सरकार की योजना सेंट्रल विस्टा के तहत बनाया जा रहा है। जिसमें संसद भवन के अलावा प्रधानमंत्री कार्यालय, राष्ट्रपति भवन और आसपास के इलाकों का नवीनीकरण किया जाएगा।

संघ नींव में विसर्जित पुष्प

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