"शिक्षा नीति : वर्तमान और भविष्य की आधारशिला"
✍️ "शिक्षा नीति : वर्तमान और भविष्य की आधारशिला" भारत आज ऐसे ऐतिहासिक मोड़ पर खड़ा है जहाँ वह "विकसित भारत @2047" की संकल्पना को साकार करने की ओर तेजी से अग्रसर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने "आत्मनिर्भर भारत" और "विकसित भारत" का जो स्वप्न देखा है, उसकी बुनियाद शिक्षा है। महात्मा गांधी ने कहा था, "शिक्षा का वास्तविक उद्देश्य चरित्र निर्माण है।" यह विचार भारत के संपूर्ण विकास के मूल में है। भारतीय शिक्षा : एक गौरवशाली परंपरा भारत की प्राचीन शिक्षा परंपरा विश्व की सबसे पुरानी और समृद्ध परंपराओं में से एक रही है। तक्षशिला, नालंदा, विक्रमशिला, वल्लभी और उज्जयिनी जैसे प्राचीन विश्वविद्यालयों ने भारत को ज्ञान का वैश्विक केंद्र बनाया। गुरुकुल परंपरा में विद्यार्थियों को न केवल शास्त्रों का ज्ञान दिया जाता था, बल्कि जीवन मूल्यों, प्रकृति के प्रति प्रेम, आत्मनिर्भरता और चरित्र निर्माण की शिक्षा भी दी जाती थी। आचार्य चाणक्य का कथन है— "शिक्षा सबसे बड़ा धन है, जिसे कोई चुरा नहीं सकता।" यही भारतीय दर्शन...