क्लास 6 विज्ञान पढ़ाने की शुरुआत

पहले दिन क्लास में जाने के बाद मैंने तय  किया कि कुछ लीक से हट कर किया जाये।मैंने सबसे पहले बच्चो का स्तर पता लगाना ठीक समझा। एक एक बच्चे को मेरे पास बुलाकर पाठ्यपुस्तक का पहला पाठ"भोजन:यह कहाँ से आता है" पढने के लिये कहा।18 बच्चे उपस्थित थे। उसमे से मात्र 4 बच्चे ठीक ठीक पढ़ पाए। मेने डायरी में दर्ज किया कि आधे अक्षरों पर काम करना है। 4 बच्चे ऐसे निकले जिनको थोडा सहारा मिले तो अटक अटक कर पढ़ लेते है। 4बच्चो को "आ"की मात्रा से शुरू करना होगा,लगभग सभी वर्णों को पहचानते है। शेष 6 को तो वर्ण ज्ञान से ही सिखाना होगा।
        बच्चो की स्थिति प्रधनाचर्य को बताई ।उनकी व्यंग पूर्ण हंसी और दुसरे लोगो की अरुचि एक बार काम का जोश और जूनून कम कर देती है ऐसा मुझे लगा।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

जलते पुस्तकालय, जलती सभ्यताएं

करपात्री महाराज ने इंदिरा गांधी को क्यों श्राप दिया?

संघ नींव में विसर्जित पुष्प भाग १