भारत के एकात्म मानववाद का विश्व में प्रमाण

*हाल ही में कम्बोडिया उत्खनन में अगस्त्य ऋषि के शिलालेख मिले
*इंडोनेशिया में आज भी रामलीला होती है।
*जापान में भारतीय सन्त धर्मबुद्धि के खिलौने बिकते है।
*चीन की गुफाओं में 'सिद्धम् लिपि'उत्कीर्ण मिला
*साइबेरियन लोग 'मी जम्बू दीपिन' कहते है।
*ईरानी शासक ने वेदों का फ़ारसी अनुवाद के लिए 10 लाख रूपये स्वीक्रत किये।
*काबा में काले पत्थर के शिव लिंग के अवशेष है।
*जर्मनी में स्वस्तिक सम्माननीय है।

����"इस सब का श्रेय भारत का चिंतन एकात्म मानववाद है।"����

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

जलते पुस्तकालय, जलती सभ्यताएं

करपात्री महाराज ने इंदिरा गांधी को क्यों श्राप दिया?

संघ नींव में विसर्जित पुष्प भाग १