क्या ड्रेगन से प्राप्त चंदे का अहसान चुका रही है कांग्रेस?




विगत चार माह से लद्दाख सीमा पर चल रहे विवाद के बीच भारत की सामरिक रूप से लगातार मजबूत हो रही स्थिति को लेकर पूरी दुनिया आश्वस्त है! (राहुल को छोड़कर)
पूरी दुनिया भारतीय नेतृत्व की कार्यशैली की भी प्रशंसा कर रही है। विस्तारवादी चीन बचाव की मुद्रा में है! 
 जवाहरलाल नेहरू के समय चीन ने सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया था, आज चीन वहाँ बैकफुट पर है! 

   आज मानसून सत्र के दौरान रक्षामंत्री  राजनाथ सिंह  द्वारा संसद में दिये संतुलित बयान की रक्षा विशेषज्ञ भी प्रशंसा कर रहे हैं। दूसरी तरफ विदेश में बैठे राहुल  गांधी  ट्वीट के माध्यम से भारत को अपमानित कर उकसाने की कार्यवाही के लिए निम्न प्रकार के रटे-रटाऐ ट्वीट का सहारा ले रहा हैं:- 
1) रक्षामंत्री के बयान से साफ़ है कि मोदी जी ने देश को चीनी अतिक्रमण पर गुमराह किया।

2) हमारा देश हमेशा से भारतीय सेना के साथ खड़ा था, है और रहेगा।
लेकिन मोदी जी, आप कब चीन के ख़िलाफ़ खड़े होंगे
चीन से हमारे देश की ज़मीन कब वापस लेंगे
3) चीन का नाम लेने से डरो मत!इत्यादि!

इन अक्ल के दुश्मनों  ने सोच रखा है, कि इस तरह की उकसाने वाले ट्वीट से देशवासी उद्वेलित होंगे और मोदी जी को ऐसे मुद्दों पर टिप्पणी के लिए बाध्य होना पड़ेगा।  जो कि चीन चाहता है।  लेकिन पूरा देश जानता है, कि दुश्मन देश से चंदा/लाभ लेने वाला वर्ग चाहे जितनी नौटंकी करले, वर्तमान नेतृत्व के हाथों देश पूरी तरह सुरक्षित है।
 
 लेखन -गंगा सिंह राजपुरोहित

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