किसी ने पूछा निराशा क्या?

जीवन में अब तक मुझे कभी निराशा ने नहीं घेरा। इस लिए मैं नही जानता कि निराशा होती क्या है। हर पल अच्छा होने की आशा जरूर रहती है ओर इसी से अंदाजा लगाता हूँ कि इसका विपरीत भाव शायद निराशा कहलाता होगा।

सफलता / असफलता यह निरन्तर होता रहता है। लेकिन किसी भी परिस्थिति में अच्छा होगा, कभी न कभी सफलता मिल जाएगी, थोड़ा अधिक प्रयास करते है ऐसे विचार चलते रहते। साथ ही यह भाव भी बना रहता है कि बस यह रही एक हाथ की दूरी पर सफलता अभी मिल ही जाएगी। इस आशा से निरन्तर कर्म रत रहता हूँ।

इसलिए कहता हूं। निराशा का भाव / विचार क्या है? मैं नही जानता। आप ही कुछ जानते हों तो मुझे अवश्य बताइएगा। 🙏

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किसी बच्चे की हरकतों को निहारिये। आप समझ जाएंगे कि निराशा कुछ होती ही नहीं है।

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