कभी देश को सत्य के मार्ग पर चलाने वाली कांग्रेस स्वयं गुमराह


बीच बचाव करती पुलिस


समाज में अलगाव पैदा करने की सजा ही है कि आपस मे सिर फुटौवल चल पड़ी।
हिंदु समाज में अलगाव पैदा करने का सुनहरा अवसर (हाथरस कांड) पर कांग्रेस और भीम आर्मी अपनी-अपनी राजनीति चमकाने की जुगत में लगे हैं। इसी क्रम में कई जगहों से हिंसा की खबरें भी सामने आ रही है।
मुंबई से 5 अक्टूबर, 20 का एक वीडियो वाॅयरल हो रहा है, जिसमें प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसी आपस में ही जूतमपैजार हो रहे हैं! कोई किसी का कॉलर पकड़ कर मार रहा है, तो कोई घूँसा चला रहा है। वहीं कुछ लोग छुड़ाने का प्रयास भी कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच यह जूतमपैजार इस बात को लेकर हुई कि बैनर कौन पकड़ेगा।

इस वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स इसके खूब मजे ले रहे हैं और इस पर अपनी प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं। ज्योति खाड़े नाम की एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि पप्पू के कार्यकर्ता पप्पू को कड़ी टक्कर दे रहे हैं।
वहीं एक यूजर ने लिखा,

“प्रोटेस्ट में प्रोटेस्ट।”

एक अन्य सोशल मीडिया यूजर ने लिखा, क्या बात है। शायद इसलिए कर रहे हैं कि आने वाले समय में उन्हें ये मौका दोबारा मिले या ना मिले इस पर प्रतिक्रिया देते हुए एक यूजर ने लिखा कि ऐसा ही कुछ लग रहा है।
विदित रहे छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चंपा जिले में भी प्रदर्शन के दौरान भीम आर्मी ने कांग्रेस को दलित विरोधी बताते हुए पार्टी के ख़िलाफ नारे बाजी शुरू कर दी थी। जिसके कारण कांग्रेस कार्यकर्ता भड़क गए। नतीजतन कांग्रेस की ओर से भीम आर्मी पर हमला बोल दिया गया। इसकारण दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई! 

ज्ञातव्य हो कि छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चंपा जिले में कांग्रेस और भीम आर्मी  के समर्थकों के बीच झड़प  और मारपीट का मामला सामने आया है. सोमवार को कांग्रेस और भीम आर्मी समर्थक हाथरस गैंगरेप मामले के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे। दोनों समर्थकों के विरोध प्रदर्शन के बीच ही आपस में झगड़ा शुरू हो गया।  एक ही मुद्दे पर विरोध के दौरान कांग्रेस-भीम आर्मी समर्थकों के बीच हाथापाई  शुरू हो गई, इस दौरान पुलिस ने वहां पहुंचकर मामले को शांत कराया।

पुलिस ने बताया कि हाथरस मामले पर विरोध-प्रदर्शन के दौरान भीम आर्मी के समर्थकों ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी, जिसके बाद दोनों के बीच झड़प और मारपीट शुरू हो गई। एसएचओ  लखेश केवट ने मीडिया  से बातचीत में कहा कि कांग्रेस समर्थक हाथरस गैंगरेप मामले के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे, उसी दौरान भीम आर्मी के समर्थकों ने वहां पहुंचकर उनके खिलाफ नारे लगाने शुरू कर दिए, और दोनों के बीच झगड़ा शुरू हो गया, झगड़ा इतना बढ़ गया कि दोनों समर्थक हाथापाई  पर उतर आए, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों को वहां से हटाया।

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डूबती नैया के खेवनहार


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