महाकुंभ हादसा: साजिश या संयोग?
योगी सरकार पर विपक्ष की गिद्ध दृष्टि
महाकुंभ जैसे दिव्य और विराट आयोजन में जो हुआ, उसने पूरे देश को झकझोर दिया। अभूतपूर्व व्यवस्थाओं के बावजूद यह हादसा हुआ या इसे जानबूझकर रचा गया, यह सवाल हर भारतवासी के मन में उठ रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरी ताकत से इस रहस्य से पर्दा उठाने में लगे हैं, लेकिन विपक्ष इस आपदा को अवसर में बदलने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहा है।
विपक्ष का प्रोपेगेंडा: सनातन संस्कृति पर वार
राहुल गांधी, अखिलेश यादव, ममता बनर्जी और अन्य विपक्षी नेता इस त्रासदी को योगी सरकार को अस्थिर करने के लिए भुना रहे हैं। चुनावी राजनीति का स्तर इतना गिर गया है कि धार्मिक आस्था के केंद्र महाकुंभ को भी साजिशों का अड्डा बनाया जा रहा है। कांग्रेसी शंकराचार्य के रूप में चर्चित स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद भी इस खेल में मोहरा बन गए हैं।
अखाड़ा परिषद की दो टूक: सनातन पर हमला बर्दाश्त नहीं
भारतीय अखाड़ा परिषद ने अविमुक्तेश्वरानंद की नीयत पर सवाल उठाते हुए उनकी वसीयत को ही फर्जी करार दे दिया। परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सनातन धर्म की रक्षा और संत समाज की सेवा का पर्याय बन चुके हैं। विपक्ष की राजनीति और उसके सहयोगियों की साजिशें नाकाम होंगी।
विपक्ष की चालें बेनकाब
जिस तरह से इस हादसे के तुरंत बाद विपक्ष ने योगी सरकार को घेरने की कोशिश की, वह स्पष्ट संकेत देता है कि यह महज एक दुर्घटना नहीं बल्कि एक सोची-समझी साजिश हो सकती है। विपक्ष को यह समझ आ चुका है कि हिंदुत्व की मजबूत छवि के कारण योगी अजेय बन चुके हैं, और अगर उन्हें रोकना है तो सनातन समाज को ही कमजोर करना होगा।
साध्वी ऋतम्भरा की चेतावनी: सनातन समाज को सतर्क रहना होगा
साध्वी ऋतम्भरा ने सनातन समाज को चेताया कि यह कोई सामान्य समय नहीं है। जब-जब धर्म जागरण होता है, तब-तब विघटनकारी शक्तियां अवरोध खड़ा करने की कोशिश करती हैं। गिद्ध दृष्टि गड़ाए विपक्षी ताकतें सनातन समाज को विभाजित करने और उसकी आस्था को तोड़ने की हरसंभव कोशिश कर रही हैं।
आगे क्या?
बसंत पंचमी पर पांच करोड़ श्रद्धालु महाकुंभ में स्नान करेंगे। सरकार और संत समाज पूरी सतर्कता बरत रहा है ताकि कोई भी असामाजिक तत्व अपनी साजिशों को अंजाम न दे सके। अब यह हर सनातनी का कर्तव्य बनता है कि वह विपक्ष की इन साजिशों को समझे और अपने धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए एकजुट हो।
धर्म रहेगा, तो भारत रहेगा – यह सनातन सत्य है!
सनातन में कोई ना कोई अवतार के रूप में आते हैं जो राक्षसों का संहार करते हैं वर्तमान में योगीजी अवतार पुरुष है।
जवाब देंहटाएंसंगम पर जिस भी परिवार को हानि हुई है तो मेरी संवेदनाएं उनके साथ हैं लेकिन जब धर्म को हानि पहुंचाने की चेष्टा कोई करेगा तो सब सनातन समाज को एकजुट होना होगा और उन विधर्मी शक्तियों का सामना करना होगा सनातन धर्म की एकता बहुत जरूरी है विधर्मी लोग समय-समय पर ऐसी कुछ चीज टाइम करते रहे हैं इतिहास गवाह है सनातन का उदय हो गया है और हमारे लिए यह समय बहुत बहुत संवेदनशील है
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